Gud Khane ke fayde
गुड़ एक प्राचीन भारतीय शर्करा
है जो गन्ने के रस को उबालकर बनाया जाता है ये स्वाद मे मीठा होता है अगर आप इसे
चीनी के विकल्प के रूप मे इस्तेमाल करते हैं तो आपको gud khane ke fayde ढेर सारे मिलेंगे। इस लेख
मे हम गुड़ के बारे मे विस्तार से चर्चा करेंगे जैसे गुड़ कब खाना चाहिए खाना खाने
के पहले या बाद, पुराना गुड़ कैसा होता है आदि।
गुड़ खाने के फायदे Gud Khane ke fayde
गुड़ कई तरह के होते हैं ये
गन्ने से बनता है गन्ने के रस को तब तक उबाला जाता है जब तक ये जम नही जाता। ये
गुड़ मार्केट मे बड़े आसानी से मिल जाता है लेकिन अगर सेहत के नज़रये से देखा जाए तो
खजूर और नारियल का गुड़ ज़्यादा फायदेमंद होता है लेकिन ये बाज़ार मे आसानी से नही मिल
पाता, इस गुड़ मे कई मिनिरल्स, कैलशियम, आइरन और इमयुनिटी बूस्टर एलिमेंट आदि
मौजूद होते हैं। इस तरह के क्वालिटी वाले गुड़ का सेवन करने से आपको gud
khane ke कई फायदे मिलते हैं।
गुड़ मे कैल्शियम, ज़िंक, आइरन जैसे पोषक
तत्व होते हैं जो इम्यूनिटी बूस्ट करने मे सहायक होते हैं अगर आप गुड़ का सेवन
इम्यूनिटी बूस्टर के रूप मे करना चाहते हैं तो इसके लिए गुड़ का पानी सबसे अच्छा
विकल्प है, ‘gud ka pani’ औषधीय गुड़ से
बनाया जाता है जिसका वर्णन आपको लेख मे नीचे मिल जाएगा। सुबह खाली पेट गुड़ खाकर गर्म
पानी पीने से शरीर का तापमान कंट्रोल मे रहता है।
मीठा हर किसी को पसंद होता है और खाना खाने के बाद अक्सर लोग मीठा खाते हैं, लेकिन आज की डेट मे ज़्यादा मीठा खाना मतलब बीमरियों को डावत देना है क्योंकि हम जो भोजन लेते हैं उससे उतनी पौष्टिकता नही मिल पाती जितनी हमे चाहिए होती है।
मीठा खाने के शौकीनों मे हर 5 मे से 4 आदमी आपको डाइबिटीज़ का रोगी मिल
जाएगा। डाइबिटीज़ पेशंट चाहकर भी मीठा नही खा सकता लेकिन कुछ लोग इस रोग से बचने के
लिए मीठा खाने की जगह गुड़ खाना ज़्यादा पसंद करते है। गुड़ चीनी जितना हानिकारक नही
होता बल्कि gud khane ke fayde भी मिलते है। अगर आप भोजन के
बाद मिठाई की जगह गुड़ खाते हैं तो आपको ज़्यादा फायदा मिलता है।
वैसे तो किसी भी चीज़ की अति
हानिकारक होती है लेकिन अगर लिमिट मे रहकर सेवन किया जाए तो नुकसान से बचा जा सकता
है, यही नियम गुड़ पर भी लागू होता है गुड़ अगर
ज़्यादा मात्रा मे खाएँगे तो ये आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है।
भोजन के बाद गुड़ क्यों खाना चाहिए
लगभग सभी लोगो को खाने के बाद
कुछ मीठा खाना अच्छा लगता है कुछ लोग मीठा की जगह गुड़ खाना पसंद करते हैं अब ये
उनकी आदत होती है या फिर यूंही ऐसा करते है खैर जो भी हो लेकिन खाना खाने के बाद
गुड़ खाने के कई फायदे होते हैं
पेट संबंधी फायदे: अगर आप खाना खाने के बाद गुड़ की एक या दो भेली (10-12
ग्राम) खाते है तो ये आपके पाचन को ठीक रखता है पाचन क्रिया ठीक से काम करने लगती
है और भोजन समय से पच जाता है।
और जब भोजन ठीक से पाच जाएगा
तो आपको गैस की समस्या नही होगी जिससे कब्ज मे भी आपको राहत मिल जाएगी।
गले मे खरास: जब आप गुड़
खाते हैं तो ये मुँह की लार के साथ मिल कर चिपचिपा सा बन जाता है और जब इसे निगलते
हैं तो ये गले मे मौजूद भोजन के टुकड़ो को अपने साथ पेट मे उतार ले जाता है जिससे
खाने के बाद हमे गला खुला-खुला सा लगने लगता है और गला खराब होने या गले मे खरास
होने की समस्या कम हो जाती है।
वजन कम करने मे सहायक: चूंकि गुड़ पाचन क्रिया को ठीक रखता है यानि ये मेटाबोलिज्म
प्रोसैस को बढ़ा देता है जो Weight Loss
करने मे मदद करता है, लेकिन blood sugar या डाइबिटीज़ वाले मरीज वेट लॉस
के लिए गुड़ का सेवन करने से बचें क्योंकि गुड़ मे अच्छा-खासा शुगर पाया जाता है जो
उनके डाइबिटीज़ लेवेल को खराब कर सकता है।
खजूर का गुड़
खजूर का गुड़ (Date jaggery)- गुड़ के बारे मे तो आप अच्छी
तरह से जान गए होंगे ये अक्सर गन्ने के रस से बनता है लेकिन खजूर के गुड़ का स्वाद
ही कुछ अलग-सा होता है, ये देखने मे बिलकुल Dark चौकलेट जैसा होता है। खजूर का गुड बंगाल की देन है क्योंकि वहाँ खजूर के
पेड़ पाये जाते हैं और वहाँ के निवासी खजूर को अपनी कई डिश बनाने मे use करते हैं इनमे कुछ खजूर के गुड का इस्तेमाल खीर बनाने मे भी करते हैं। खजूर
के गुड़ की सबसे खास बात ये है कि ये खाते ही मुँह मे घुल जाता है।
नारियल का गुड़
नारियल का गुड़ (Coconut jiggery)- नारियल का गुड़ मैग्नीशियम
और आइरन का एक अच्छा स्त्रोत है। इसमे गन्ने के गुड़ की तुलना मे ज़्यादा पौष्टिकता
होती है क्योंकि इसमे High एंटी-आक्सिडेंट गुण होते हैं।
शर्करा वाले गुड़ से नारियल का गुड़ ज़्यादा बेहतर होता हैं। नारियल के गुड़ मे
पोटैशियम और कैल्शियम भी पर्याप्त मात्रा मे पाया जाता है। नारियल का गुड़ दक्षिण भारत
मे बड़े आसानी से मिल जाता है और गोवा मे भी आपको ये देखने को मिल जाएगा।
गुड़ का पानी
गुड़ कितना फायदेमंद है इसके
बारे मे तो सभी जानते हैं और जो नही जानते उन्हे ये लेख पढ़कर जानकारी हो गयी होगी, लेकिन क्या कोई ‘गुड़
के पानी’ के बारे मे जनता हैं। गुड़ का पानी औषधीय गुड़ से
बनता है, दरअसल औषधीय गुड़ को बनाते समय काली मिर्च, जीरा, सौंफ, हल्दी, पुदीना, तुलसी, गिलोय, त्रिफला और आंवला का इस्तेमाल होता है इन सब चीजों से बने औषधीय गुड़ का
पानी इम्यूनिटी बूस्ट करता है। शरीर मे मेटाबोलिज़्म को बैलेन्स करने के लिए गुड़ के
पानी का इस्तेमाल कर सकते हैं।
गुड़ मे मौजूद पोटैशियम की
मात्रा शरीर मे मिनिरल्स और एल्क्ट्रोलाइट्स के लेवेल को बैलेन्स कर मेटाबोलिज़्म
प्रोसैस को बढ़ाती है। अगर आप एनिमिया से जूझ रहे हैं तो gud ka pani शरीर मे खून बढ़ाने की टानिक की
तरह काम कर सकता है, क्योंकि गुड़ मे आइरन अच्छी मात्र मे
पाया जाता है जो खून मे हीमोग्लोबिन बढ़ाता है और औषधीय गुड़ के साथ ये ज़्यादा
सक्रिय हो जाता है। गुड का पानी एनिमिया मे ज़्यादा मददगार है।
पुराने गुड के फायदे- Benefits old Jaggery
एक्स्पर्ट्स के मुताबिक गुड़
आइरन का अच्छा स्त्रोत है ये जैसे-जैसे पुराना होता जाता है वैसे-वैसे इसमे आइरन
की मात्रा बढ़ती जाती है इसलिए समय के साथ गुड़ काला होता जाता है यानि अगर आप
पुराने गुड का सेवन करते हैं तो आपके लिए आइरन का इंतेजाम हो जाएगा जो एनिमिया से
बचाव मे मददगार होता है, लेकिन यहाँ
ध्यान रहे किसी भी चीज़ का सेवन करने से पहले Doctors से सलाह
ज़रूर लेनी चाहिए। जो लोग डाइबिटीज़ के शिकार हैं या वज़न कम करना चाहते हैं उन्हें
गुड़ के सेवन से बचना चाहिए।
गुड़ से संबन्धित साधारण प्रश्न
गर्मियों मे गुड़ क्यों नही खाना चाहिए
गर्मी के मौसम मे ज़्यादा गुड़
खाने से परहेज करना चाहिए क्योंकि इसकी तासीर गरम होती है जिससे आपको गर्मियों मे
गुड़ खाने से नाक से खून आने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसीलिए
एक्स्पर्ट्स गर्मी के मौसम मे गुड़ को avoid करने की सलाह देते हैं।
गुड़ कब नही खाना चाहिए
वैसे तो गुड़ दिन भर मे कभी भी
खाया जा सकता है लेकिन रात मे गुड़ का सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि रात मे गुड़
खाने से दाँत की दिक्कतें, गले मे दर्द, दस्त आदि समस्याएँ आ सकती है।
गुड़ कितनी मात्रा मे खाना चाहिए
एक्स्पर्ट्स के अनुसार, किसी को भी गुड़ एक दिन मे 10-12 ग्राम से
ज़्यादा नही खाना चाहिए। अगर इसे ज़्यादा मात्रा मे लेंगे तो फायदा पहुँचने के बजाए
आपके लिए नुकनासदायक हो जाएगा। गुड़ मे कैलोरी की मात्रा अधिक होती है इसलिए वेट
लॉस करने वाले इसका इस्तेमाल संभलकर करें।
गुड़ को English मे क्या कहते हैं
‘गुड़’
ये इसका हिन्दी नाम है लेकिन अगर आप किसी दूसरी वैबसाइट पर ‘gud’ या ‘gur’ लिखकर सर्च करेंगे तो शायद ‘result
not found’ का मैसेज आपको देखने को मिले। गुड़ को इंग्लिश मे Jaggery
कहते हैं।
परिणाम
उम्मीद करता हूँ कि gud ke fayde पर लिखा ये लेख आपको पसंद आया होगा। लेख मे उल्लिखित सलाह और सुझाव केवल जानकारी के उद्देश्य के लिए दिये गए हैं किसी भी नुस्खे का इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लेना चाहिए। लेख से संबन्धित अपने सुझाव हमसे ज़रूर साझा करें।
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